भविष्यवक्ता दानिएल प्राचीन इजराइल के मुख्य भविष्यवक्तायों में से एक थे. ६०४ BC के लगभग, उन्हें बंदी बनाकर यरूशलेम से बेबीलोन ले जाया गया जब वे शायद एक नवयुवक किशोर थे. बेबीलोन में उन्हें एक प्रशिक्षण स्कूल में डाला गया जो की उन बंदियों के लिए था जिन्होंने बेबिलोनियों की विद्या और तोर तरीकों में शिक्षित होने की क़ाबलियत दिखलाई थी. उन्होंने जल्द ही अपने आप को वहां नामी बना लिया जब वे और यरूशलेम से लाये उनके ३ नवयुवक मित्रों ने उन्हें दिया जाने वाला खाना खाने से इनकार कर दिया जो की यहूदियों के धर्म के अनुसार नहीं था. अपने विश्वास के लिए खड़े होने के साथ साथ विनम्रता दिखाते हुए, वे बेबिलोनियों के द्वारा उनके पकवान खाने की बजाये अपना शाकाहारी खाना खाते हुए ज्यादा स्वस्थ पाए गए.
परमेश्वर से मिले भविष्यसूचक वरदान
दानिएल का भविष्यसूचक जीवन अचानक ही शुरू हो गया जब वे अभी एक नवयुवक ही थे. बेबीलोन के राजा, नबूकदनेस्सर को एक सपना आया जो वे याद न रख पाए. जब उनके सभी विद्वान् सपने को उनको याद दिलाने में और उसका अर्थ स्पष्ट करने में चुक गए, आवेगशील राजा ने फौरन उनकी हत्या का आदेश दे दिया और उन सब की भी जिन्हें शिक्षा दी जा रही थी, जिनमे दानिएल और उनके मित्र शामिल थे.
निराशा में, दानिएल ने राजा का सपना जानने और उसका अर्थ समझने के लिए अब्राहम के परमेश्वर से बहुत प्रयतनपूर्वक प्रार्थना की. चमत्कार से उनकी प्रार्थना का जवाब मिला और दानिएल राजा के सामने प्रकट हुए, सारे दरबार के सामने उसे उसका सपना और उसका अर्थ बताया.
इससे शुरू हुआ दानिएल का ऊँचे राजदरबारी और सलाहकार का जीवन, पहले नबूकदनेस्सर के साथ, पर फिर, जो रहा होगा अन्य ७० साल या अधिक, बेबीलोन के राज्य के पश्चात् और फारसियों के आने वाले राज्य में.
डेनियल की भविष्य के बारे में भविष्यवाणियाँ
अपने जीवन के अंत के पास यहूदी सिद्ध भविष्यवक्तायों के द्वारा कभी भी प्राप्त किये भविष्यसूचक संदेशों में से कुछ सबसे अधिक महत्वपूर्ण सन्देश उन्हें दिए जाने लगे. दानिएल की भविष्यसूचक झलकियाँ ६०० साल बाद बाइबिल की आखरी किताब, प्रकाशित वाक्य में अदा की गयी देखी जाती हैं, और एक मायने में, फिर से अधिक विस्तार से दिखाई गयी हैं. जब नाज़ारेथ के येशु से भविष्य के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने संकेतों के साथ जवाब दिया जो संकेत विशेष रूप से केवल दानिएल की किताब में पाए जाते हैं.
दानिएल के बिना भविष्यवाणी वाले अध्याय
दानिएल के गैर भविष्यवाणी वाले अध्यायों में हैं प्रसिद्ध गवाहियाँ, उन तीन यहूदी बालकों की आग की भट्टी में होने की (अध्याय ३), दीवार पर लिखते हाथ की (अध्याय ५), और दानिएल के शेरों की गुफ़ा में होने की (अध्याय ६).